Syllabus & Course Curriculam
Course Type: MAJ-3
Semester: 3
Course Code: BHINMAJ03T
Course Title: MADHYKALIN HINDI KAVYA (मध्यकालीन हिन्दी काव्य)
(L-P-Tu): 5-0-1
Credit: 6
Practical/Theory: Theory
Course Objective: • इस पाठ्यक्रम में शामिल मध्यकालीन कवियों एवं उनके द्वारा रचित काव्यों के अध्ययन से छात्रों में
Learning Outcome: • छात्र मध्यकालीन प्रमुख कवियों कबीर , तुलसी , जायसी, सूरदास से परिचित होगे तथा उनकी कविताओं का सम्
इकाई – एक
पद - मोकों कहाँ दूढ़े बन्दे (1), अवधू ,माया तजी न आई (5), अनगढ़िया देवा, कौन करे तेरी सेवा (13), मन, तू पार उतर कहँ जैहौ (20), गगनघटा घहरानी साधो , गगनघटा घहरानी(87), साधो,देखो जग, वौराना (168), खेल ले नैहरवा दिन चार (218)
इकाई – दो
पद - नागमती चितउर पंथ हेरा (341) , पिउ वियोग अस बाउर जीऊ (342) चढ़ा असाढ़ गगन घर गाजा (344) , पूस जाड़ थरथर तन काँपा (350) , फागुन पवन झकोरे बहा (352) , भा बैसाख तपनि अति लागी (354) , कुहकि कुहकि जसि कोइलि रोई (359)
इकाई – तीन
पद - आयो घोष बड़ो व्योपारी (23), बिलग जनि मानहु, उधो प्यारे (38), अँखिया हरि दरसन को भूखी (42) , अलि हो ! कैसे कहौं हरि के रूप रसहि (51), हमारे हरि हारिल की लकरी (52), निर्गुन कौन देस को बासी (64), ऊधो ! ब्रज की दशा बिचारौ (109)
इकाई – चार
पद - ऐसी मूढ़ता या मन की (90), जाउँ कहाँ तजि चरन तुम्हारे (101), हरि तुम बहुत अनुग्रह कीन्हों (102), अबलौं नसानी अब न नसैहों (105), केशव! कहि न जाइ का कहिये (111), केसव ! कारन कौन गुसाई (112), ऐसो को उदार जग माहीं (162)
इकाई - पाँच
पद - मण थें परस हरि रे चरण (1), तनक हरि चितवाँ म्हारी ओर ( 5 ), म्हाराँ री गिरधर गोपाल दूसराँ णाँ कूयाँ (18), मैं तो गिरधर के घर जाऊँ (20), मीरा मगन भई हरि के गुण गाय(41), हेरी म्हा तो दरद दिवाँणी म्हाराँ दरद न जाण्याँ कोय (70), म्हाँरो जणम जणम रो साथी (105)
इकाई – छ:
दोहा - मेरी भव-बाधा हरौ (1) , नीकी दई अनाकनी (2) , फिरि-फिरि चितु उत ही रहतु (3), जम-करि-मुँह-तरहरि परयौ (8), तो पर बारौं उरबसी (9), कहत,नटत ,रीझत, खिझत (11), कौन भाँति रहिहै बिरदु (12), नहिं परागु नहिं मधुर मधु (13), कब को टैरतु दीन रट (19), तंत्री- नाद कवित्त-रस (22)
पद - रावरो रूप की रीति अनूप (3), पीरी पीरी देह छीनी (7), एरे बीर पौन ! तेरो सबै ओर गौन (16), कारी कूर कोकिला ! कहाँ क बरै काढ़ति (17) , अति सूधो सनेह को मारग है (23)
Basic Features
Undergraduate degree programmes of either 3 or 4-year duration, with multiple entry and exit points and re-entry options, with appropriate certifications such as:
Note: The eligibility condition of doing the UG degree (Honours with Research) is- minimum75% marks to be obtained in the first six semesters.
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