Syllabus (HINDI)
Course Type: AEC-2
Semester: 4
Course Code: BAECLHN04T
Course Title: Hindi bhasa aur sampreshan ( हिन्दी भाषा और सम्प्रेषण)
(L-P-Tu): 4-0-0
Credit: 4
Practical/Theory: Theory
Course Objective: इस पाठ्यक्रम के द्वारा विद्यार्थियों में हिंदी का भाषिक पक्ष सुस्पष्ट किया जाएगा। साथ ही उनमें सम्प्रेषण कौशल एवं भाषा के सम्प्रेषण पक्ष के अवधारणा भी सुस्पष्ट की जाएगी।
Learning Outcome: छात्र भाषा के अर्थ , प्रकृति, एवं उसके विविध रूप से परिचित होगे । छात्र व्याकरण ज्ञान प्राप्त कर सकेंगे । व्याकरण ज्ञान से छात्र शुद्ध- शुद्ध बोलने , लिखने और संप्रेषण कौशल में दक्षता प्राप्त कर सकेंगे।
Curriculum For
4 Year Degree Course in Hindi (Ability Enhancement Course)
Credit – 4, Marks -50 (Minimum Classes to be allotted – 60)
Course Type: AEC (MIL)
Title:
Hindi bhasa aur sampreshan ( हिन्दी भाषा और सम्प्रेषण)
Course Objective :
- इस पाठ्यक्रम के द्वारा विद्यार्थियों में हिंदी का भाषिक पक्ष सुस्पष्ट किया जाएगा। साथ ही उनमें सम्प्रेषण कौशल एवं भाषा के सम्प्रेषण पक्ष के अवधारणा भी सुस्पष्ट की जाएगी।
Syllabus:
AEC (MIL) : हिन्दी भाषा और सम्प्रेषण
इकाई – एक
- भाषा की परिभाषा , प्रकृति एवं विविध रूप
- हिन्दी भाषा की विशेषताएँ : क्रिया ,विभक्ति , सर्वनाम , विशेषण , अव्यय एवं संधि संबंधी
इकाई – दो
- हिन्दी की वर्ण व्यवस्था : स्वर एवं व्यंजन
- स्वर के प्रकार – ह्रस्व , दीर्ध तथा संयुक्त
इकाई – तीन
- ‘ने’ विभक्ति की प्रयोग, विधि, लिंग निर्णय, वचन
इकाई – चार
- हिन्दी वाक्य रचना , वाक्य के भेद , वाक्य का रूपान्तर
- भावार्थ और व्याख्या , आशय लेखन , विविध प्रकार के पत्र लेखन
Reading References:
सहायक ग्रंथ :
- हिन्दी व्याकरण – कमाताप्रसाद गुरु
- हिन्दी शब्दानुशासन – किशोरीदास वाजपेयी
- हिन्दी व्याकरण –एन. सी. ई. आर. टी.
- आधुनिक हिन्दी व्याकरण और रचना – डॉ. वासुदेव नंदन प्रसाद
- बेसिक हिन्दी – बद्रीनाथ कपूर
- हिन्दी मुहावरे – श्री ब्रहमस्वरूप दिनकर शर्मा
- भाषा विज्ञान और भाषा शास्त्र – डॉ. कपिलदेव द्विेवेदी
Course Outcome:
- छात्र भाषा के अर्थ , प्रकृति, एवं उसके विविध रूप से परिचित होगे ।
- छात्र व्याकरण ज्ञान प्राप्त कर सकेंगे ।
- व्याकरण ज्ञान से छात्र शुद्ध- शुद्ध बोलने , लिखने और संप्रेषण कौशल में दक्षता प्राप्त कर सकेंगे।
Basic Features
Undergraduate degree programmes of either 3 or 4-year duration, with multiple entry and exit points and re-entry options, with appropriate certifications such as:
- UG certificate after completing 1 year (2 semesters with 40 Credits + 1 Summer course of 4 credits) of study,
- UG diploma after 2 years (4 semesters with 80 Credits + 1 Summer course of 4 credits) of study,
- Bachelor’s degree after a 3-year (6 semesters with 120 credits) programme of study,
- 4-year bachelor’s degree (Honours) after eight semesters (with 170 Credits) programme of study.
- 4-year bachelor’s degree (Honours with Research) if the student completes a rigorous research project (of 12 Credits) in their major area(s) of study in the 8th semester.
Note: The eligibility condition of doing the UG degree (Honours with Research) is- minimum75% marks to be obtained in the first six semesters.
- The students can make an exit after securing UG Certificate/ UG Diploma and are allowed to re-enter the degree programme within three years and complete the degree programme within the stipulated maximum period of seven years.